भारत के प्रमुख संकटग्रस्त पौधे (IMPORTANT THREATENED PLANTS OF INDIA)
वे वन्य जातियाँ जो सामान्य रूप से पृथ्वी पर जीवित है लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में सुधार ना होने की स्थिति में उनके विलुप्त हो जाने का खतरा बना हुआ हो तो उन्हें संकटग्रस्त जाति या संकटापन्न जाति या विलुप्तप्रायः जाति कहते हैं |
संकटग्रस्त जाति की जानकारी IUCN जिसे विश्व संरक्षण संघ (World Conservation Union ) भी कहा जाता है | तथा जिसका मुख्यालय स्वीटजरलैंड के ग्लैंड में स्थित है | इसके विश्व संरक्षण मॉनिटर केंद्र के द्वारा संकटापन्न जातियों की एक सूची तैयार की जाती है जो रेड डाटा बुक मैं प्रकाशित होती है |
प्रमुख संकटग्रस्त पौधे
भारत के प्रमुख संकटग्रस्त पौधों की सूची निम्नलिखित है –
- रोडोडेंड्रोन एडगेवर्थी [ Rhododendron edgewothi – Family Ericaceae ] –
यह एक सजावटी पौधा है जो एपीफाइट के रूप में पाया जाता है यह हिमालय की पूर्वी क्षेत्र में पाया जाता है | यह चट्टानों, चट्टानी खेतों, पर्णपाती और मिश्रित जंगलों सहित आवासों की एक विस्तृत श्रृंखला में बढ़ता है और आमतौर पर 6000 से 13,000 फीट की ऊंचाई पर पाया जाता है। रोडोडेंड्रोन एडगेवर्थी एक एपिफाइट है, जिसका अर्थ है कि यह एक ऐसा पौधा है जो उस पौधे से कोई पोषक तत्व लिए बिना दूसरे पौधे पर उगता है।
2. गुग्गुल या ‘गुग्गल'[ wightii Family -Burseraceae ] –
गुग्गुल या ‘गुग्गल’ एक वृक्ष है। इससे प्राप्त राल जैसे पदार्थ को भी ‘गुग्गल’ कहा जाता है। भारत में इस जाति के दो प्रकार के वृक्ष पाए जाते हैं। एक को कॉमिफ़ोरा मुकुल तथा दूसरे को कॉ. रॉक्सबर्घाई कहते हैं। यह वृक्ष राजस्थान गुजरात महाराष्ट्र और कर्नाटक में पाया जाता है इसे गुग्गुल भी कहा जाता है |
3. Dischidia benghalensis (Family -Ascelpiadaceae) –
यह आरोही पौधा घट बनाता है | यह पौधा प्रायः नेपाल और सिक्किम में पाया जाता है |
4. Sapriya himalayana (Family – Rafflesiaceae )-
यह पौधा केवल अरुणाचल प्रदेश की मिशमी पहाड़ियों में पाया जाता है |
5. Pinus giradiana (Family -Pinaceae )
यह हिमालय और खासी तथा जयंतिया पहाड़ियों में पाया जाता है इसे चिलगोजा पाइन कहा जाता है |एक मध्यम आकार का पेड़ 12 से 18 मीटर लंबा व्यास 0.4 मीटर के साथ।
6. Santalum album (Family – Santalaceae )
इसका सामान नाम चंदन है| यह कर्नाटक तमिलनाडु उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश और राजस्थान में पाए जाने वाला पौधा अपनी सुगंधित लकड़ी और वाष्पशील तेल के लिए प्रसिद्ध है | यह पेड़ मुख्यत: कर्नाटक के जंगलों में मिलता है तथा भारत के अन्य भागों में भी कहीं-कहीं पाया जाता है। भारत के 600 से लेकर 900 मीटर तक कुछ ऊँचे स्थल और मलयद्वीप इसके मूल स्थान हैं। इस पेड़ की ऊँचाई 18 से लेकर 20 मीटर तक होती है।
7. Nepenthes khasiana (Family -Nepenthaceae )
इसे सामान्य तौर पर कलश पादप या घटपर्णी के नाम से जानते हैं | यह पौधा केवल मेघालय की खासी पहाड़ियों में ही पाया जाता है | Nepenthes khasiana जीनस Nepenthes का एक लुप्तप्राय उष्णकटिबंधीय पिचर संयंत्र है। यह भारत का मूल निवासी एकमात्र नेपेंथ प्रजाति है। यह नीले प्रतिदीप्ति के माध्यम से शिकार को आकर्षित करने के लिए सोचा जाता है। प्रजातियों का बहुत स्थानीय वितरण है और जंगली में दुर्लभ है।
8. सर्पगंधा [ serpenita (Family -Apocynaceae ) ]
इसका सामान्य नाम सर्पगंधा है | यह पौधा हिमालय क्षेत्र -पंजाब से नेपाल, सिक्किम, भूटान, असम और पश्चिम घाट में पाया जाता है | सर्पगन्धा द्विबीजपत्री, बहुवर्षीय झाड़ीदार सपुष्पक और महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है। सर्पगन्धा के पौधे की ऊँचाई ६ इंच से २ फुट तक होती है। इसकी प्रधान जड़ प्रायः २० से. मी. तक लम्बी होती है। जड़ में कोई शाखा नहीं होती है। सर्पगन्धा की पत्ती एक सरल पत्ती का उदाहरण है। इसका तना मोटी छाल से ढका रहता है। इसके फूल गुलाबी या सफेद रंग के होते हैं। ये गुच्छों में पाए जाते हैं। भारतवर्ष में समतल एवं पर्वतीय प्रदेशों में इसकी खेती होती है।
9. Dioscorea alata (Family -Dioscoreaceae )
इस पौधे के कंद ( tuber ) खाने के काम आते हैं यह पौधा असम उड़ीसा तमिलनाडु बंगाल झारखंड आदि राज्य में पाया जाता है |
10. Paphipedilum faireyanum (Family -Orchidaceae )-
यह आर्केट की एक प्रजाति है जो मुख्यता भूटान और अरुणाचल प्रदेश में पाई जाती है |
11. Phyllostachys bambusoides (Family – Poaceae )
यह एक बात की प्रजाति है जो अरुणाचल प्रदेश की मिशमी पहाड़ियों में पाई जाती है | इसका उपयोग कागज बनाने में किया जाता है |
12. Balanophora involuvcrata (Family -Balanophoraceae
यह की जड़ों पर पाए जाने वाला परजीवी होता है, जो मुख्यता हिमालय में पाया जाता है |
13. Podophyllum hexandrum (Family -Podophyllaceae ) –
यह पौधा उत्तर पूर्वी हिमालय क्षेत्र में पाया जाता है |
14. Aerides crispum (Family -Podophyllaceae )
यह पौधा भारतीय प्रायद्वीप में पाया जाता है |
15. Saussurea lappa (Family – Asteraceae
यह पौधा कश्मीर हिमाचल प्रदेश और गढ़वाल क्षेत्र में पाया जाता है |
16. Atropa acuminata (Family -Solanaceae
-यह पौधा प्राय कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में पाया जाता है |