back cross ( विपरीत संकरण) क्या है? back cross की परिभाषा क्या होती है? यह क्यों किया जाता है? तथा इससे क्या फायदा होता है? यह सब इस लेख के माध्यम से जानेंगे | चलिए जानते हैं बैक क्रॉस क्या है –
Defination of Back Cross
(परिभाषा ) –
Back cross वह cross हैं जिसमें hybrid का उसके parent के साथ संकरण कराया जाता है | या जब F1 पीढ़ी का संकरण उसके किसी भी जनक से कराया जाता है, तब इस प्रकार का संकरण विपरीत संकरण या back cross कहलाता है |
F1 × Parent
Example of Back Cross
यदि लंबे पौधों (TT) को बौने पौधों ( tt ) के साथ cross कराया जाता है, तब F1 पीढ़ी में हमेशा संकर लम्बे पौधे Tt प्राप्त होंगे |
अब यदि Tt हाइब्रिड का संकरण जनक लंबे पौधों TT से कराया जाता है तब F2 पीढ़ी में सभी पौधे लंबे प्राप्त होंगे |
इसी प्रकार यदि संकर लम्बे पौधे Tt का संकरण
अप्रभारी जनक (recessive parent ) tt के साथ कराया जाता है तब F2 पीढ़ी में लम्बे पौधे एवं बौने पौधे 1:1 के अनुपात में प्राप्त होते हैं | इन दोनों क्रॉस को प्रतीप संकरण क्रॉस ( back cross) कहते हैं |
Importance of Back Cross
1.Back cross का उपयोग ऑफिस पर इनकी पहचान के लिए किया जाता है कि वह जनक के कितना समीप है अर्थात इसका उपयोग जनक के उपयोगी लक्षणों को संतान में पहुंचाने की दृष्टिकोण से किया जाता है |
- इसका उपयोग horticulture, animal breeding में और gene knockout organism तैयार करने में भी किया जाता है |
- रोग प्रतिरोधी संतान उत्पन्न करने में इसका उपयोग किया जाता है |
- नये लक्षण वाले संतान उत्पन्न करने में |
Class 12th