How to watch Birds (पक्षी दर्शन कैसे करें)
यदि आप पक्षियों ( BIRDS)के बारे में अधिक से अधिक जानकारी चाहते हैं तो आप जानने की शुरुआत अपने आसपास मौजूद पक्षियों से कर सकते हैं| कुछ पक्षियों को हम जानते हैं और कुछ पक्षियों के बारे में हमें जानने की इच्छा होती है !
आकाश में उड़ते हुए परिंदे तथा कलरव करते हुए परिंदे, चटक रंगों से सरोवर परिंदे किसे अच्छे नहीं लगते, यदि आप पक्षियों को देखना चाहते हैं उन्हें नजदीक से जानना चाहते तो आज का लेख आपको इस कार्य में मदद करेगा | साथ ही आप जान पाएंगे पक्षी क्या होते हैं?, पक्षियों को देखने का तरीका क्या होता है साथ ही पक्षियों को देखने का समय क्या होता है |
पक्षी क्या है? ( What is Birds)
ऐसे कशेरुकी जीव जिनके अग्र पाद (fore limb) पंखो में रूपांतरित होते है तथा शरीर परदार (feathered ), दो पैरों वाला होता है, पक्षी कहलाते हैं | पक्षियों की लगभग 10,000 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं |
विशेषताएं ( Characters) :-
- स्तनधारी जीवो की तरह पक्षी भी नियततापीय ( warm blooded ) जीव है इनके शरीर का तापमान वातावरण के तापमान पर निर्भर नहीं करता है |
- इनका शरीर सिर, गर्दन तथा धड़ में बटा होता है | समस्त शरीर परों से ढका रहता है |
- अग्रपाद पंखों में रूपांतरित होता है |
- पक्षियों के दांत नहीं होते हैं, उनके स्थान पर चोंच पाई जाती है जो वातावरण के अनुसार रूपांतरित होती है |
- वन्य पक्षियों में रंग चटकीले एवं आकर्षक होते हैं तथा गायन क्षमता अत्यधिक विकसित होती है |
- पक्षियों में सामान्यतः उड़ने वाले पंख (Flight Feathers) प्रतिवर्ष एक बार बदल जाते हैं वे पंख (Down Feathers ) जो उड़ने में सहायक नहीं होते सामान्यता 2 वर्ष में एक बार बदल जाते हैं |
- पक्षियों के पंखों का रंग उनके शरीर में पाए जाने वाले एक प्रकार के वर्णक (pigment ) के कारण होता है जिन्हें बायोक्रोम ( Biochrome )कहा जाता है|
- पक्षियों की हड्डियां सरंध्र तथा हल्की होती है जो उन्हें उड़ने में मदद करती है |
- पक्षियों की अधिकांश प्रजातियों में नर एवं मादा के आकार एवं रंग में भिन्नता पाई जाती है पक्षियों के नर अधिकतर चटकीले रंगों वाले तथा आकार में बड़े होते हैं |
- पक्षियों में मधुर ध्वनि के लिए स्वर यंत्र पाया जाता है |
पक्षियों को देखने का समय :-
अधिकांश पक्षी प्रात:काल एवं सांयकाल में ही क्रियाशील रहते हैं अतः पक्षियों का अध्ययन करने के लिए सबसे अनुकूल समय सूर्योदय एवं सूर्यास्त का होता है | इस समय पक्षियों के दर्शन आसानी के साथ किए जा सकते हैं |
पक्षियों को देखने का तरीका :-
पक्षियों को देखने के लिए आपको उनके आवास स्थान तक जाना होगा या उन स्थानों तक जाना होगा जहां पर यह पाए जाते हैं| पक्षी सभी प्रकार के वातावरण में पाए जाते हैं | अपने घर की खिड़की से शुरुआत करके किसी भी जगह पर देखे जा सकते हैं |
पक्षी हमारे घर, वृक्ष, घास का मैदान, नदी, झील, सघन वन क्षेत्र आदि कहीं भी देखे जा सकते हैं | पक्षियों को देखते वक्त पैरों, चोंच, घोंसला, उनके रंगों साथ ही उनके व्यवहार पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिये |
पक्षियों को देखने के लिए आवश्यक सामग्री :-
यदि हमें पक्षियों को अच्छी तरह से देखना है तो हमारे पास कुछ सामग्री होना जरूरी है, जिनमें प्रमुख रूप से —
- एक अच्छी गुणवत्ता का दूरबीन (Binocular)
- एक फील्ड गाइड बुक जैसे सलीम अली द्वारा लिखी किताब जो पक्षियों की जानकारी देगा |
- एक नोटबुक
- पेंसिल
- फोटोग्राफी के शौकीन कैमरा साथ में रख सकते हैं |
पक्षियों को देखते समय सावधानियां :–
- पक्षियों को देखना बहुत ही धैर्य का कार्य होता है अतः पक्षियों को देखने के लिए अधीर नहीं होना चाहिए|
*पक्षी दर्शन करते समय भड़कीले कपड़े ना पहने, शोर शराबा ना करें एवं पक्षियों को तंग ना करें | - पक्षियों को देखते वक्त पैरों, चोंच, घोंसला, उनके रंगों साथ ही उनके व्यवहार पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिये !
सारांश –
पक्षी ना केवल मनमोहक होते हैं बल्कि प्रकृति के अभिन्न मित्र होते हैं जो मानव को प्रकृति के साथ जोड़ने में मदद करते हैं | अतः पक्षियों का अध्ययन किया जाना चाहिए | उम्मीद करूंगा पक्षियों के अध्ययन के लिए यह लेख आपके लिए उपयोगी होगा | अपनी प्रतिक्रिया कमेंट बॉक्स में जरूर दें |